उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी संघ के आवाह्न पर शुक्रवार को कायमगंज सहित पूरे जनपद में सचिवों ने काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण धरना दिया। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक सचिव धरना स्थल पर बैठे रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को मजबूती से उठाया। सचिवों ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को सौंपा।

ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली बनी परेशानी, सचिवों ने जताई नाराजगी
धरना स्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की स्थिति बेहद खराब है, जिससे ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना मुश्किल हो रहा है। सचिवों ने बताया कि कई बार नेटवर्क समस्या के कारण हाजिरी दर्ज नहीं हो पाती और कर्मचारियों पर अनुचित कार्रवाई का खतरा बना रहता है। उन्होंने इसे अव्यावहारिक बताते हुए ऑनलाइन उपस्थिति आदेश वापस लेने की मांग की।

गैर-विभागीय कार्यों से मुक्ति की मांग—“हम सचिव हैं, सेल्फी मॉडल नहीं”
सचिवों ने आरोप लगाया कि उन्हें गैर-विभागीय कार्यों में लगाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण विकास से जुड़े मूल कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा—“हम सचिव हैं, सेल्फी मॉडल नहीं।” उन्होंने मांग की कि पंचायत स्तर पर सम्मानजनक कार्यालय, संसाधन और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

15 दिसंबर को डोंगल जमा करने की चेतावनी—आंदोलन होगा तेज
धरना दे रहे सचिवों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो 15 दिसंबर को सभी सचिव अपना डोंगल सहायक विकास अधिकारी पंचायत को सौंप देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अनदेखी किए जाने पर आंदोलन और उग्र किया जाएगा। धरने के अंत में संघ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार को सौंपा।

कई सचिव रहे मौजूद, जताई एकजुटता
धरने में शशि देव सिंह, आनंद गंगवार, रनवीर सिंह, रेनू शाक्य, रंजीत सिंह, सुधीर कुमार, विवेक कुमार, विवेक बाबू मिश्रा, विजय शंकर, मोहम्मद आसिफ, रविंद्र सिंह, शुभम तिवारी और ह्रदेश पांडे सहित कई सचिव मौजूद रहे।












